दोस्तों क्या आपने कभी सोचा है जिस बल्ब या LED light के रौशनी में आज हम रहते हैं, वह कहां से आई है कौन था वह जो हमारे लिए रौशनी लेकर आया या यूं कहे कि हमारे दुनिया को रौशनी से भर गया इस सवाल को बहुत से लोग दूसरे तरह से भी पूछते हैं जैसे Bulb Ka Avishkar किसने किया था।
यह एक बहुत ही जरूरी सवाल हैं क्योंकि इस सवाल का जवाब हर उस इंसान को जानना चाहिए जो बल्ब या LED light की रौशनी में जी रहा हैं।
बल्ब का आविष्कार करने वाला या यूं कहे कि हमारे दुनिया को रौशनी से भरने वाला कोई और नहीं बल्कि थॉमस अल्वा एडिसन हैं चलिए अब हम आप को इस महान आदमी के बारे में बताते हैं साथ ही आप को यह भी बताते हैं कि किस तरह एडिसन ने Bulb Ka Avishkar किया और दुनिया को मोमबत्ती और दिए के अंधकार से निकाल कर बल्ब के रौशनी में लाया।
अंधकार से भरी दुनिया में बल्ब की रोशनी लाकर मानव जीवन को बदलने वाला व्यक्ति कोई और नहीं बल्कि थॉमस अल्वा एडिसन थे वैसे तो बल्ब का आविष्कार करने के लिए बहुत से वैज्ञानिकों का नाम लिया जाता है पर इन सभी में थॉमस अल्वा एडिसन के पास ही बल्ब बनाने का पेटेंट था यह भी माना जाता है कि न्यूटन ने भी बल्ब बनाने का प्रयास किया था और उन्हें भी इसमें सफलता मिली थी पर वे अपने अविष्कार को लोगों के सामने नहीं ला पाए थे।
Bulb Ka Avishkar एवं एडिसन के जीवन की रोचक बातें ?
1. बल्ब के आविष्कार के अलावा एडिशन ने बहुत सी चीजों का आविष्कार किया था ऐसा कहा जाता है कि एडिसन के पास पने वैज्ञानिक आविष्कारों के लिए 1093 से ज्यादा पेरेंट्स राइट थे इसीलिए बहुत से वस्तुओं के आविष्कार के पीछे उनका नाम लिया जाता है जैसे ग्रामोफोन, मोशन पिक्चर कैमरा, कार्बन टेलीफोन ट्रांसमीटर, एल्कलाइन स्टोरेज बैटरी आदि इन चीजों का आविष्कार करके एडिशन ने मानव जाति को एक नई ऊंचाई तक पहुंचाया था।
2. बल्ब का आविष्कार करने वाले थॉमस अल्वा एडिसन का जन्म 11 फरवरी 1847 को हुआ था। वे बचपन से ही जिज्ञासु प्रवृत्ति के थे और अपने माता-पिता और टीचर से हमेशा अलग अलग तरह के सवाल पूछा करते थे कभी-कभी तो ऐसा होता था कि उनके टीचर्स भी उलझन में पड़ जाते थे।
3. जैसा कि हर बार होता हैं कि अधिकतर वैज्ञानिक और विद्वान बचपन में कुछ खास बोल नहीं पाते थे एडिसन का दिमाग दूसरे बच्चों के तुलना में ज्यादा चौड़ा था पर विज्ञान के क्षेत्र में विशेष रूचि होने के वजह से एडिसन बुलंदियों को छुआ और एक बहुत बड़े वैज्ञानिक और खोजकर्ता बने।
4. 7 वर्ष की उम्र में एडिसन ने साल 1954 में स्कूल जाना शुरू किया पर बचपन की पढ़ाई का यह सफर ज्यादा समय तक नहीं चला मात्र 12 हफ्तों में एडिशन ने स्कूल छोड़ दिया इसी कारण उनके माता ने एडिशन को 12 वर्ष की उम्र तक घर पर ही पढ़ाया।
5. पूरी दुनिया एडिशन केवल एक ऐसे व्यक्ति थे जिन्होंने 64 साल में लगातार हर साल पूरी दुनिया के सामने अपने नए अविष्कार पेश किये हैं।
6. सन् 1870 में एडिसन अमेरिका के जाने-माने अमीरों में गिने जाने लगे और उसी वक्त मैंने अपने फैक्ट्री में काम करने वाली 16 वर्ष की लड़की “मैरी” से शादी कर ली जिससे उन्हें दो बच्चे हुए जिसका नाम उन्होंने डॉट और डैश रखा।
7. एडिशन ने सबसे पहले Universal Stock Printer का आविष्कार किया था जिसे उन्होंने अपने नये आविष्कारों के साथ गोल्ड व स्टाॅक टेलीग्राफ कंपनी के मालिक जनरल लेफट्र्स को बेचने में सफल हुए थे
8. एडिशन ने अपने अधिकतर प्रयोग मेनलो पार्क में स्थापित प्रयोगशाला में किया जिसके कारण उन्हें “पार्क का जादूगर” कहकर पुकारा जाने लगा एडिशन को अपना पहला बल्ब बनाने में डेढ़ साल से भी अधिक समय लगा था और उनके द्वारा बनाया गया पहला बल्ब 13 घंटे से भी ज्यादा जला था।
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